Discount Meaning & Types
Introduction
इस ब्लॉग में हम Discount Meaning के बारे में और इसके प्रकारों के बारे में जानेंगे। बड़ी संख्या में छूट, उपभोक्ताओं के खरीदारी में महत्वपूर्ण होती है क्योंकि यह मूल्य कम कराने का एक माध्यम है और यह वस्त्र, उत्पादों, सेवाओं, और अन्य चीजों की बिक्री बढ़ाने में योगदान करती है। इस लेख में, हम पहले छूट का अर्थ समझेंगे, और उसके बाद छूट के प्रकारों की चर्चा करेंगे, जिसमें व्यापारिक छूट और नगद छूट शामिल हैं।
Discount Meaning
छूट या कटौती (Discount Meaning) – जब व्यापारी अपने ग्राहक से वस्तु का पूरा मूल्य वसूल न करके उसके एक हिस्से को छोड़ देता है तो मूल्य के इस छोड़े गए हिस्से ( रियायत ) को “छूट या बट्टा” या “कटौती” कहते हैं संक्षेप में, विक्रेता द्वारा अपने ग्राहक को माल के मूल्य में जो रियायत दी जाती है उसे “छूट” “Discount” कहते हैं। एक विक्रेता अलग-अलग उद्देश्य से अपने ग्राहकों को छूट देता है। इन्ही उद्देश्यों के आधार पर छूट के दो विभिन्न प्रकार बताए गए है।
छूट के प्रकार (Types of Discounts) –
व्यापारी अपने ग्राहकों को प्राय : निम्न प्रकार की छूट देतें हैं :
i) व्यापारिक छूट (Trade Discount Meaning) –
जब विक्रेता अधिक मात्रा में वस्तु या सेवा को बेचने के उद्देश्य से ग्राहकों को छूट देता है तो इसे व्यापारिक छूट (Trade Discount) कहते है। आइए इसे एक उदाहरण से समझते है!
मान लीजिए कि आप कोई एक वस्तु (माना एक शर्ट) खरीदने किसी दुकान पे जाते है। वहा विक्रेता एक से अधिक शर्ट आपको बेचने के उद्देश्य से कहता है कि यदि आप दो शर्ट लेंगे तो इसपर आप को 30% का छूट मिल जाएगी। तो यहाँ जो 30% का छूट मिल रहा है इसे व्यापारिक छूट (Trade Discount) कहेंगे। आम तौर पर यह छूट किसी विशेष दिवस जैसे होली, दिवाली, आदि पर अधिक देखने को मिलता है। इस तरह के छूट का कोई लेखा नही किया जाता, अर्थात बिलिंग के दौरान, वस्तु के मूल्य को घटाए हुए मूल्य पर दिखाया जाता है।
Journal Entry of Trade Discount :
1.समीर को ₹15000 का माल 10% व्यापारिक छूट पर बेचा।
2. संजय वस्त्रालय से 5000 का कपड़ा 15% व्यापारिक छूट पर ख़रीदा l
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ii) नकद छूट (Cash Discount Meaning) –
जब विक्रेता इस उद्देश्य से छूट देता है की उसके बेचे हुए वस्तु या सेवा का नकद (पैसा) जल्द से जल्द वसूल हो जाए तो इसे नकद छूट (Cash Discount) कहते है। कभी-कभी, किसी वस्तु को खरीदने के लिए, जब ग्राहक के पास पर्याप्त राशि नही होती है, तो वह विक्रेता से उधार में वस्तु देने को कहता है। ऐसे परिस्थिति में विक्रेता यह चाहेगा की ग्राहक थोड़ा कम ही मूल्य चुकाए पर वस्तु को नकद पर खरीदे। तो इस उद्देश्य से विक्रेता वस्तु के मूल्य में कुछ कमी करता है जिसे नकद छूट (Cash Discount) कहते है। इस छूट को बिल पर भी दिखाया जाता है, अर्थात इसका लेखा करना अनिवार्य होता है।
Journal Entry of Cash Discount :
1.सुरेश को 20000 का माल 10% नकद छूट पर बेचा l
2. दीपक मार्ट से 15000 का कपड़ा 20% नकद छूट पर ख़रीदा l
Difference between trade discount and cash discount – व्यापारिक छूट और नकद छूट के बीच अंतर:
Sr No. | व्यापारिक छूट | नकद छूट |
1 | व्यापारिक छूट आम तौर पर थोक खरीदारों या नियमित ग्राहकों को दी जाती है। | नकद छूट उन ग्राहकों को दी जाती है जो अपनी खरीदारी का भुगतान नकद में या थोड़े समय के भीतर, आमतौर पर नियत तारीख पर या उससे पहले करते हैं। |
2 | इन छूटों पर आमतौर पर खरीदे गए सामान की मात्रा या लेनदेन के आधार पर बातचीत की जाती है। | नकद छूट के लिए प्रोत्साहन शीघ्र भुगतान को प्रोत्साहित करना है। |
3 | व्यापारिक छूट का उद्देश्य बड़ी या बार-बार खरीदारी को प्रोत्साहित करना है। | नकद छूट को अक्सर कुल चालान राशि में प्रतिशत कमी के रूप में व्यक्त किया जाता है और भुगतान के समय लागू किया जाता है। |
4 | व्यापारिक छूट को मूल्य में से घटा दिया जाता है और लिखा भी नहीं जाता है। | नकद छूट को मूल्य में से घटा दिया जाता है और लिखा भी जाता है। |
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Conclusion:
इस ब्लॉग के माध्यम से हमने Discount का अर्थ समझा है और इसके प्रकारों के बारे में जाना है। व्यापारिक और नकद छूट दोनों ही खरीदारियों के लिए महत्वपूर्ण हैं और ग्राहकों को उनकी खरीदारी पर छूट प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती हैं। छूट के माध्यम से व्यापार और बिक्री प्रक्रिया को मजबूती मिलती है और उपभोक्ताओं को सस्ते दामों पर उत्पादों और सेवाओं का आनंद लेने की अनुमति होती है।
FAQs:
- छूट क्या है ?
Ans. जब व्यापारी अपने ग्राहक से वस्तु का पूरा मूल्य वसूल न करके उसके एक हिस्से को छोड़ देता है तो मूल्य के इस छोड़े गए हिस्से ( रियायत ) को ‘ छूट या बट्टा ‘ या ‘ कटौती ‘ कहते है। - छूट कितने प्रकार के होते है ?
Ans. छूट मुख्यत दो प्रकार के होते है – व्यापारिक छूट और नकद छूट । - व्यापारिक छूट क्या है ?
Ans. जब विक्रेता अधिक मात्रा में वस्तु या सेवा को बेचने के उद्देश्य से ग्राहकों को छूट देता है तो इसे व्यापारिक छूट कहते है। - नकद छूट क्या है ?
Ans. जब विक्रेता इस उद्देश्य से छूट देता है की उसके बेचे हुए वस्तु या सेवा का नकद (पैसा) जल्द से जल्द वसूल हो जाए तो इसे नकद छूट कहते है।